देश में साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) और ऑनलाइन धोखाधड़ी (Online Scam) की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। सरकार और एजेंसियों की तमाम कोशिशों के बावजूद लोग साइबर ठगों के जाल में फंसते जा रहे हैं। अब फ्रॉड करने वाले नए-नए तरीके अपना रहे हैं, जिसमें मोबाइल टावर लगाने का झांसा, फर्जी लोन ऐप्स, डिजिटल हाउस अरेस्ट और फेक पोर्टल जैसी घटनाएं शामिल हैं।
Mobile Tower Fraud: ₹5,000 का डिपॉजिट मांगकर ठगी
Department of Telecommunications (DoT) ने चेतावनी दी है कि मोबाइल टावर लगवाने के नाम पर कुछ जालसाज लोगों से ₹5,000 से लेकर ₹50,000 तक का डिपॉजिट मांग रहे हैं। ये लोग नकली लेटरहेड और फर्जी नोटिस का इस्तेमाल कर रहे हैं।
🔴 DoT ने साफ किया है कि वह ऐसी किसी स्कीम को प्रमोट नहीं करता और ये सभी नोटिस फर्जी हैं।
लोगों से अपील की गई है कि बिना पुष्टि के किसी भी मोबाइल टावर इंस्टॉलेशन स्कीम में पैसे न दें और वेबसाइट/कंपनी की प्रामाणिकता की जांच अवश्य करें।
Haryana CET फर्जी पोर्टल: 6 आरोपी गिरफ्तार
हरियाणा में Haryana Staff Selection Commission (HSSC) के CET परीक्षा के लिए फर्जी पोर्टल बनाकर युवाओं से पैसे वसूले जा रहे थे। पुलिस ने 2 आरोपी हरियाणा से और 4 आरोपी उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किए हैं।
🛑 HSSC ने तुरंत कार्रवाई कर पोर्टल बंद करवा दिया और बैंक अकाउंट्स फ्रीज करा दिए।
ऐसे मामलों में युवाओं को केवल आधिकारिक सरकारी वेबसाइट से ही आवेदन करने की सलाह दी गई है।
फर्जी लोन ऐप्स: Blackmailing और ठगी का नया तरीका
RBI ने चेतावनी जारी की है कि कई लोग फेक लोन ऐप्स के चक्कर में पड़कर ठगी का शिकार हो रहे हैं। ये ऐप्स पहले आसान लोन का वादा करते हैं और फिर लोगों के डाटा का गलत इस्तेमाल कर ब्लैकमेलिंग शुरू कर देते हैं।
✅ लोन लेने से पहले चेक करें कि ऐप RBI Registered है या नहीं। आप https://rbi.org.in पर वैध लोन ऐप्स की लिस्ट देख सकते हैं।
UP Cop App से FIR डिटेल चोरी कर साइबर ठगी
उत्तर प्रदेश पुलिस के अनुसार, ठगों ने “UP Cop App” से FIR डिटेल्स चुराकर खुद को पुलिस अफसर बताकर लोगों से पैसे ठगने शुरू कर दिए हैं। एक व्यक्ति से ₹1,500 की ठगी इसी तरीके से हुई।
⚠️ कोई भी व्यक्ति यदि खुद को पुलिस अधिकारी बताकर पैसे मांगे, तो तुरंत 112 या साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत करें।
Digital Arrest Scam: सुप्रीम कोर्ट, RBI, CBI तक सब फर्जी!
अब ठग खुद को CBI, Supreme Court या RBI अफसर बताकर लोगों को “Digital Arrest” की धमकी दे रहे हैं। उनका दावा होता है कि आपके बैंक अकाउंट से कोई अवैध ट्रांजैक्शन हुआ है और आपको तुरंत पैसे भेजने होंगे।
🔐 सरकार ने साफ किया है कि कोई भी कानूनी संस्था इस तरह से कॉल पर पैसे मांगने का अधिकार नहीं रखती। ऐसे मामलों से सावधान रहें।
हर सेकेंड 1.63 करोड़ की साइबर ठगी – भारत में हालात चिंताजनक
एक इंटरनेशनल साइबर सिक्योरिटी रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में हर सेकेंड ₹1.63 करोड़ की साइबर ठगी हो रही है। भारत में पिछले 6 सालों में साइबर फ्रॉड में 42 गुना वृद्धि देखी गई है। 2025 में अनुमान है कि ठगी का आंकड़ा ₹1.2 लाख करोड़ तक पहुंच सकता है।
बचाव के उपाय:
- सिर्फ आधिकारिक वेबसाइट और ऐप्स का ही इस्तेमाल करें।
- मोबाइल टावर, लोन, या जॉब के नाम पर कोई भी पेमेंट न करें।
- कोई व्यक्ति खुद को सरकारी अधिकारी बताकर पैसा मांगे, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
- कभी भी अपने पर्सनल डाटा जैसे OTP, Aadhar नंबर या बैंक डिटेल किसी के साथ शेयर न करें।
- साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 और वेबसाइट cybercrime.gov.in पर शिकायत करें।
निष्कर्ष:
2025 में साइबर फ्रॉड की घटनाएं केवल टेक्नोलॉजी का दुरुपयोग नहीं, बल्कि एक बड़ा सामाजिक संकट बन चुकी हैं। ऐसे में जरूरी है कि हर नागरिक डिजिटल रूप से सतर्क और जागरूक हो। एक छोटी सी लापरवाही आपको हजारों नहीं, लाखों रुपए का नुकसान पहुंचा सकती है। सतर्क रहें, सुरक्षित रहें।