Reserve Bank Loan New Rule 2025: लोन के नए नियम जारी,बिना सिबिल स्कोर भी मिलेगा लोन

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भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गोल्ड लोन से जुड़े नियमों में बड़ा बदलाव किया है, जिससे अब आम जनता, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों, छोटे व्यापारियों और घरेलू महिलाओं के लिए गोल्ड लोन लेना पहले से कहीं ज्यादा आसान हो गया है। यह बदलाव खास तौर पर उन लोगों के लिए राहत लेकर आया है जो ₹2.5 लाख तक का छोटा गोल्ड लोन लेना चाहते हैं।

जी हां दोस्तों आप सभी जानते हैं रिजर्व बैंक सभी बैंकों को समय – समय पर लोन के नियम जारी करता है ताकि आमजन को आसानी से सुविधाजनक लोन मिल सके और अब रिजर्व बैंक ने गोल्ड लोन के लिए नए नियम जारी किए हैं

रिजर्व बैंक द्वारा गोल्ड लोन की बढ़ती डिमांड को देखते हुए आमजन को काफी राहत दी है जिसकी जानकारी हम आपको यहां देने जा रहे हैं,ताकि आप भी नए नियमों का फायदा ले सकें

अब ₹2.5 लाख तक के गोल्ड लोन के लिए बैंक और एनबीएफसी (Non-Banking Financial Companies) क्रेडिट स्कोर, इनकम प्रूफ या अन्य दस्तावेजों की मांग नहीं करेंगे। इससे उन लोगों को फायदा मिलेगा जो औपचारिक बैंकिंग सिस्टम से बाहर थे और जिन्हें पहले सिर्फ दस्तावेजों की कमी के कारण लोन नहीं मिल पाता था। अब स्व-घोषणा से भी सोने की स्वामित्व की पुष्टि हो सकेगी।

इसके साथ ही, लोन टू वैल्यू (LTV) को भी बढ़ा दिया गया है। पहले यह 75% था, यानी ₹1 लाख मूल्य के सोने पर अधिकतम ₹75,000 तक लोन मिलता था। अब इसे बढ़ाकर 85% कर दिया गया है, जिससे अब ₹1 लाख के सोने पर ₹85,000 तक का लोन लिया जा सकता है। यह निर्णय विशेष रूप से उन लोगों को लाभ देगा जो कम समय में अधिक फंड की जरूरत महसूस करते हैं।

यह नियम सबसे खास

RBI ने यह भी सुनिश्चित किया है कि जब ग्राहक लोन चुका देता है तो उसका गिरवी रखा गया सोना समय पर उसे लौटाया जाए। इसके लिए नियम बनाया गया है कि पूरी राशि चुकाने के 7 कार्यदिवस के भीतर सोना लौटाना अनिवार्य होगा। अगर ऐसा नहीं होता है, तो संबंधित संस्था पर ₹5,000 प्रतिदिन का जुर्माना लगाया जाएगा।

इतना सोना ही गिरवी रख सकेंगे

एक अन्य नियम के तहत, अब ग्राहक केवल एक सीमित मात्रा में ही सोना गिरवी रख सकते हैं — जैसे कि अधिकतम 1 किलोग्राम सोना और 50 ग्राम तक के सोने के सिक्के। चांदी के मामले में भी 10 किलोग्राम तक के आभूषण और 500 ग्राम तक के चांदी के सिक्के ही गिरवी रखे जा सकते हैं। इससे सिस्टम में पारदर्शिता बढ़ेगी और सोने की अवैध जमाखोरी को भी रोका जा सकेगा।

ये सभी नए नियम 1 अप्रैल 2026 से प्रभावी होंगे, हालांकि सरकार चाहती है कि ₹2 लाख तक के छोटे गोल्ड लोन से जुड़े बदलाव पहले ही लागू किए जाएं। इन नियमों के चलते मुथूट फाइनेंस, मनप्पुरम फाइनेंस और अन्य गोल्ड लोन कंपनियों के शेयरों में 4% से 7% तक की तेजी दर्ज की गई, जिससे साफ है कि बाजार ने इन बदलावों को सकारात्मक रूप में लिया है।

कुल मिलाकर, ये बदलाव आम लोगों की आर्थिक ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए किए गए हैं और इससे गोल्ड लोन सिस्टम ज्यादा पारदर्शी, सरल और भरोसेमंद बन सकेगा।

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