राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही लाडली बहन योजना के तहत महिलाओं को हर महीने ₹1500 की आर्थिक सहायता दी जाती है। अब इस योजना की अगली किश्त को लेकर एक बड़ी अपडेट सामने आई है। जानकारी के अनुसार, रक्षाबंधन 2025 के अवसर पर बहनों को विशेष तोहफा मिलने जा रहा है, क्योंकि इसी दिन योजना की अगली किश्त जारी की जाएगी।
सरकार देगी रक्षाबंधन पर गिफ्ट
सरकार की योजना है कि रक्षाबंधन जैसे खास दिन पर बहनों को खुश करने के लिए उन्हें उनकी मासिक किश्त उसी दिन दी जाए। इससे त्योहार के मौके पर बहनों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और वे खुद के लिए छोटी-मोटी जरूरतें पूरी कर सकेंगी।
खाते में आएंगे ₹1500
जिन लाभार्थी महिलाओं का नाम लाडली बहन योजना में पंजीकृत है, उनके बैंक खाते में ₹1500 की राशि सीधे ट्रांसफर की जाएगी। राशि DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से आएगी। बहनों को किसी दफ्तर के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
योजना का लाभ किन्हें मिलता है?
इस योजना का लाभ मध्यप्रदेश की 21 से 60 वर्ष की महिलाओं को दिया जाता है। इसके लिए महिला का राज्य की निवासी होना जरूरी है और परिवार की वार्षिक आय एक तय सीमा से कम होनी चाहिए।
किन महिलाओं को मिलेगी किश्त? ऐसे चेक करें लिस्ट में नाम
लाडली बहन योजना की राशि केवल उन्हीं महिलाओं को दी जाएगी जो पात्रता शर्तों को पूरा करती हैं और जिनका नाम लाभार्थी सूची में शामिल है। जिन महिलाओं की उम्र 21 से 60 वर्ष के बीच है, वे मध्यप्रदेश की निवासी हैं, और जिनके परिवार की सालाना आय तय सीमा से कम है, उन्हें ही योजना का लाभ मिलेगा। इसके अलावा महिला के पास समग्र आईडी, बैंक खाता और आधार कार्ड होना जरूरी है।
यदि आप जानना चाहती हैं कि आपका नाम लाभार्थियों की सूची में है या नहीं, तो इसके लिए सरकार ने ऑनलाइन सुविधा दी है। आप https://cmladlibahna.mp.gov.in/ पर जाकर अपनी समग्र आईडी या मोबाइल नंबर डालकर लिस्ट में अपना नाम देख सकती हैं। साथ ही आप अपने पंचायत भवन, नगर पालिका कार्यालय या जन सेवा केंद्र पर जाकर भी यह जानकारी प्राप्त कर सकती हैं।
कैसे चेक करें पैसा आया या नहीं?
- अपने बैंक खाते की मिनी स्टेटमेंट या पासबुक चेक करें
- बैंक की ऑफिशियल ऐप या UPI ऐप (जैसे PhonePe, Google Pay, आदि) से बैलेंस चेक करें
- लोक सेवा केंद्र या ग्राम पंचायत से संपर्क कर सकते हैं
निष्कर्ष
लाडली बहन योजना की रक्षाबंधन पर आने वाली किश्त न सिर्फ एक आर्थिक सहायता है, बल्कि यह एक सम्मान का प्रतीक भी है। सरकार इस योजना के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठा रही है। अगर आपने अभी तक योजना में आवेदन नहीं किया है, तो अगली किश्त से पहले पंजीकरण जरूर करवा लें।